हंगामे और धोखाधड़ी की भेंट चढ़ा हिसार का कृषि मेला, खुद मुख्यमंत्री ने की थी शिरकत

हिसार में चल रहा कृषि मेला तो कल यानी 12 मार्च को समाप्त हो गया लेकिन अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया है। बड़ी बात ये है की एक किसान को ट्रैक्टर निकलने का झूठा फोन तक कर दिया गया और उसके बाद अधिकारी मुकर गए।

Shekhar Gupta
हंगामे और धोखाधड़ी की भेंट चढ़ा हिसार का कृषि मेला, खुद मुख्यमंत्री ने की थी शिरकत
हंगामे और धोखाधड़ी की भेंट चढ़ा हिसार का कृषि मेला, खुद मुख्यमंत्री ने की थी शिरकत

कल यानी रविवार 12 मार्च के दिन चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हिसार में चल रहे तीन दिवसीय कृषि विकास मेला 2023 समाप्त हो गया।

इस मेले की सबसे बड़ी बात यह रही कि कृषि विकास मेले में आए छोटे बड़े सभी किसानों को रोज़ाना लकी ड्रॉ के माध्यम से एक छोटा ट्रैक्टर, पॉवर वीडर एवं सुपर सीडर जैसे कृषि यंत्र दिए गए वहीं कल अंतिम दिन बंपर पुरस्कार के रूप में एक किसान को एक बड़ा ट्रैक्टर ईनाम में दिया गया। हिसार में चल रहे इस मेले के अंतिम दिन हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल बतौर मुख्यातिथि शामिल हुए।

नहीं मिल रहा कपास बीज

सरकार कितने भी दावे करे इस हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कीये गए मेले के कामयाब होने के लेकिन सच्चाई ये है की ये सिर्फ भीड़ जुटाने के अलावा कुछ भी नहीं था। अब जबकि आगत सरसों की कटाई हो चुकी है और किसानों के खेत खाली हैं तो उन्हे कपास के उन्नत बीज की दरकार है।

लेकिन किसी भी शहर के किसी भी बड़े स्टाकिस्ट के पास तो दूर की बात इस मेले में भी कोई भी कंपनी का बीज किसान को उपलब्ध नहीं करवाया गया। पानी देकर लोग अपनी जमीन के लिए इंतजार कर रहे हैं कपास के बीज का लेकिन सूखती उनकी जमीन बस इंतजार ही करती रह जाएगी।

लोगों को इस मेले से बड़ी उम्मीद थी और केवल हिसार ही नहीं बल्कि आसपास के हर जिले से लोग इस मेले में इस उम्मीद में आए थे की यहाँ कपास का बीज मिल जाएगा लेकिन उन्हे यहाँ आकर निराश ही होना पड़ा है।

यहाँ तक की अधिकारियों का यहाँ कपास की बजाय बाजरे के बीज के स्टाल लगा दिए जाना किसानों के साथ एक भद्दा मजाक ही कहा जाएगा। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा तीन दिन के लिए ये मेला आयोजित किया गया था जो मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल के कल आगमन के साथ समाप्त हो गया।

कई किसानों को ईनाम में दिया गया ट्रैक्टर, पॉवर वीडर एवं सुपर सीडर

जैसा की हमने बताया मेले में किसानों को ईनाम देने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने खुद ईनामी ड्रा निकाले। इसमें बम्पर पुस्कार के रूप में 55 एचपी का ट्रेक्टर, जिसकी कीमत साढ़े 8 लाख रुपये है, का ईनाम गांव ढंढेरी, हिसार ‌के किसान दिनेश को मिला।

इसके अलावा, पॉवर वीडर का ईनाम किसान जोगिंदर सिंह, गांव नियाणा, जिला हिसार को मिला। वहीं सुपर सीडर का ईनाम अजीत सिंह, गांव डीग, जिला फरीदाबाद तथा छोटे 20एचपी ट्रेक्टर का ईनाम जोगीराम, ‌गांव हड़ोली, जिला फतेहाबाद को नसीब हुआ।

मेले के आखरी दिन खुद मुख्यमंत्री खट्टर समापन करने पहुंचे

मेले में ऐसे हो गया हंगामा

गाँव खेड़ी जिला सिरसा तहसील नाथुसरी चोपटा के किसान विकाश s/o राजेन्द्र जांगड़ा को ट्रैक्टर निकलने की खबर उनके पूरे गाँव ही नहीं बल्कि उनके रिश्तेदारों तक भी पहुँच गई। लेकिन बाद में उन्हे ये बताया गया की उनको ट्रैक्टर नहीं निकला है बल्कि उनका नाम गलती से अनाऊन्स हो गया था।

इस बात को सुनकर वहाँ मौजूद किसान राजेन्द्र ने अधिकारियों की इस बात का विरोध किया और कहा की उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं की ट्रैक्टर उन्हे ही निकला है लेकिन अधिकारी घपला करना चाहते हैं और उन्हे लाटरी में निकल ट्रैक्टर पैसे लेकर किसी और को देना चाहते हैं।

जब हम ये खबर लिख रहे हैं उस वक्त तक चर्चा है की किसान राजेन्द्र ने अधिकारियों और सरकार के खिलाफ इस बात को लेकर केस दर्ज करवा दिया है। उन्होंने साफ कहा की उनके पास फोन आया था और उसमे उनका नाम उनके बेटे का नाम और गाँव का नाम पूछकर उनसे बात की गई थी और कहा गया था की आपको ट्रैक्टर मिला है जो आप कृषि विश्वविधालय हिसार आकर प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने कहा की अगर गलती हुई होती तो इतनी डीटेल देकर कोई कैसे बात करता। किसान ने ये भी कहा की उनके पास इस बात की कॉल रिकॉर्डिग भी है। राजेन्द्र ने बताया की अगर उनको ट्रैक्टर नहीं निकला है तो उनको क्यों झूठ बोल दिया गया, इससे उनकी समाज में मानहानि हुई है और इसलिए उन्होंने केस फ़ाइल किया है।

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