यूपी सरकार का किसानों को तोहफा: सरसों, चना और मसूर की फसल की MSP पर होगी खरीद

यूपी में एक अप्रैल से सरसों चना और मसूर की MSP पर खरीद होगी. ज्वार बाजरा और मक्का के हाइब्रिड बीजों पर 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा. इसी के साथ किसान सम्मान निधि से वंचित कृषकों को कैंप लगाकर जोड़ने का अभियान भी चलाया जाएगा. यह निर्णय योगी सरकार ने किसानों के हित में लिया है.

News Desk
यूपी सरकार का किसानों को तोहफा: सरसों, चना और मसूर की फसल की MSP पर होगी खरीद
UP Government Gift to Farmers

उत्तर प्रदेश के किसानों को योगी सरकार ने बड़ा तोहफा देने की घोषणा की है. किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में एक अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सरसों, चना और मसूर की खरीद शुरू होगी. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मंगलवार को कृषि भवन में मीडिया से बातचीत में यह घोषणा की. उन्होंने तीनों ही फसलों की बढ़ी हुई एमएसपी की जानकारी के साथ कृषि विभाग द्वारा किसानों के हितों में लिए गए निर्णयों की जानकारी भी साझा की.

2 अप्रैल के बाद शुरू होगी फसल की खरीद

सरकार 2 अप्रैल के बाद प्रदेश के किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों, चना और मसूर खरीदेगी. जानकारी के मुताबिक 5450 रुपए प्रति कुंतल की दर से सरसों व 5335 रुपए की दर से चना की खरीद की जाएगी और साथ ही मसूर की खरीद 6000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से जाएगी. आपको बता दें कि अभी यह व्यवस्था सिर्फ उन जिलों में की जाएगी जहां इनका उत्पादन 10000 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में होगा.

किसानों की समस्याओं के लिए लगाए जाएंगे कैंप

कृषि मंत्री ने बताया कि सरकार द्वारा सरसों की खरीद 5450 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी. इसी तरह चना के लिए एमएसपी की दरें 5335 रुपये और मसूर के लिए 6000 रुपये प्रति क्विंटल तय की गईं हैं. क्रय केंद्रों के माध्यम से 3.94 लाख टन सरसों, 2.12 लाख टन चना और 1.49 लाख टन मसूर खरीदा जाएगा.

जिन जिलों में दस हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर इन तीनों फसलों की खेती की गई हैं, वहां प्राथमिकता के आधार पर क्रय केंद्र स्थापित किए जाएंगे. क्रय नैफेड व उसकी सहयोगी एजेंसियों के माध्यम से होगी. इस मौके पर कृषि विभाग के अपर प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.

मोटे अनाज को प्रोत्साहित कर रही सरकार

जायद सीजन में ज्वार, बाजरा व मक्के के हाइब्रिड बीजों पर 50 प्रतिशत का अनुदान देगी. यह अधिकतम 15 हजार रुपये प्रति क्विंटल होगा. पीएम किसान सम्मान निधि के लाभ से वंचित करीब 33 लाख किसानों को जोड़ने के लिए सरकार अभियान चलाएगी. पंचायत स्तर पर 10 मई से 31 मई के मध्य कैंप लगाकर इन किसानों की आधार शीडिंग व भू-लेख आदि का सत्यापन किया जाएगा. बता दें कि एक दिसंबर 2018 से शुरू हुई केंद्र सरकार की इस योजना के तहत अब तक प्रदेश में 2.6 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 5200 करोड़ रुपये की राशि भेजी जा चुकी है.

ई-नाम पर बढ़ी आलू की खरीद

आलू किसानों के लिए सरकार के प्रयासों का परिणाम दिखने लगा है. 600 रुपये प्रति क्विंटल तक आलू का औसत भाव पहुंच गया है. ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार) पर आलू के भाव में कुछ तेजी आई है. ई-नाम पर सोमवार को आलू की औसत कीमत 547.88 रुपये प्रति क्विंटल थी, जो मंगलवार को 595.37 रुपये हो गई.

अन्य घोषणाएं

  1. ज्वार, बाजरा एवं मक्का के लिए संकर बीज पर किसानों को 50 प्रतिशत का अनुदान अधिकतम 15 हजार रुपये तक डेढ़ लाख किसानों दिया जाएगा
  2. 31 मार्च से पहले पीएम कुसुम सोलर सिंचाई पंप योजना के तहत 15000 पंप लगा दिए जाएंगे
  3. जून 2023 तक 5550 खेत तालाब का लक्ष्य
  4. खेती का आर्गेनिक कार्बन बढ़ाने के लिए 30 हजार क्विंटल ढैंचा बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर
  5. जिले में चार प्रमुख फसलों के सर्वाधिक उत्पादकता वाले पांच किसानों को चुनकर प्रचार प्रसार से जोड़ा जाएगा
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