आज से यही कुछ तीन चार दिन पहले ABP न्यूज पर लॉरेंस बिश्नोई का एक इंटरव्यू ऑन एयर किया गया है। ये अलग बहस का मुद्दा है की जेल में बैठा ये खूंखार गैंगस्टर कैसे नेशनल टीवी पर लाइव आ गया। ये इंटरव्यू एबीपी न्यूज के जगवीन्द्र पटियाल ने किया था।
इस इंटरव्यू को अगर आपने देखा होगा तो एक बात पर ध्यान दिया होगा की इसमे बार बार लॉरेंस अपने आपको बेकसूर साबित करने की कोशिश करता दिखा। ऐसा लगा जैसे उसने सिद्धू मूसेवाला को मरवाकर कोई गलत काम नहीं किया है। खैर जो हो गया उसे अब कौन टाल सकता है।
अब सिद्धू इस दुनिया में वापस नहीं आ सकता, वो सिद्धू जिसने साल 2017 के बाद हर वो मुकाम और बुलंदी हासिल की जो हर किसी का सपना होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं की सिद्धू पंजाबी गाने, गाने से पहले क्या करते थे।
गाने से पहले गाने लिखने का काम करते थे सिद्धू मूसेवाला
हमारे हाथ एक ऐसा पुराना विडिओ लगा है जिसमे एक पत्रकार किसी गाँव या कॉलेज के अंदर खड़ी भीड़ का इंटरव्यू ले रहा होता है और इसी दौरान एक युवक भीड़ से निकलकर माइक अपने हाथ में लेता है। वो पत्रकार उस युवक से पूछता है की आपका क्या नाम है, युवक बताता है की मेरा नाम सुभदीप सिंह सिद्धू है। उसके बाद ही सुभदीप सिद्धू मूसेवाला बने।
इसपर पत्रकार पूछता है की आप क्या करते हो तो लड़का जवाब देता है की मैं पंजाबी में आजकल गाने लिखने की कोशिश कर रहा हूँ और मेरा लिखा हुआ एक गाना हाल ही में एक मशहूर पंजाबी सिंगर ने गाया है। उसके बाद वो लड़का अपने लिखे उस गाने के बोल भी सारी जनता के सामने गाकर सुनाता है। उसके बोल सुनकर उस भीड़ में खड़े लड़के और लड़कियाँ भी उस गाने को सुभदीप के साथ ही गाने लगती हैं।
इस कलाकार ने गाया था सिद्धू का लिखा पहला गाना
सिद्धू जब खुद नहीं गाते थे तो दूसरे कलाकारों को गाना लिखकर देते थे। उनका लिखा पहला गाना गाया था पंजाब के मशहूर सिंगर नीन्जा ने, शायद नीन्जा को भी नहीं पता था की जिस लड़के का लिखा गाना वो गाने जा रहे हैं एकदिन वो इतना फेसम हो जाएगा की गैंगस्टर उसकी जान के दुश्मन बन जाएंगे और आखिर में उस प्यारी आवाज को हमेशा के लिए शांत कर देंगे।
सिद्धू के लिखे उस गाने का नाम लाइसेंस है जिसे नीन्जा ने अपनी आवाज दी थी। हम उस गाने का लिंक नीचे डाल रहे हैं ताकि आपको पता लग सके की अपने पहले ही गाने में सिद्धू ने कितना धारदार लिखा था।

कैसी थी बचपन की जिंदगी
सिद्धू का जन्म 11 जून 1993 को एक सिख जट परिवार में हुआ था। जिस समय उनकी मृत्यु हुई वो केवल 29 साल के थे। उनका बचपन एक मध्यम वर्गीय परिवार में गुजरा, उनका परिवार एक साधन सम्पन्न परिवार था और उनके पास हर जरूरी चीज थी या यूं कहा जाए की किसी चीज की कमी सिद्धू को बचपन से ही नहीं थी।
साल 2018 में उन्होंने कनाडा में लाइव शो किया और कहा जाता है की वो उसके बाद पैसों में खेलने लगे। उनकी माँ गाँव मूसेवाला की सरपंच हैं और खुद सिद्धू ने भी साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में एमएलए का चुनाव लड़ा जो वो हार गए। सिद्धू ने शादी नहीं की थी और कहा जाता है की वो साल 2022 के अंत में शादी करने वाले थे।
सिद्धू ने दो पंजाबी फिल्मों में भी काम किया, ‘मूसा जट’ उनकी खुद की बनाई गई फिल्म थी। कहा जाता है की पंजाब हरियाणा और दिल्ली के वाहन रखने वाले लोग उनकी फोटो का पोस्टर अपनी गाड़ी पर लगाते थे, और ऐसा सम्मान पाने वाले वो चौथे कलाकार थे। सिद्धू से पहले गुरदास मान, अमरसिंह चमकीला और बब्बू मान ही ऐसे कलाकार थे जिनका फोटो लोग अपने वाहन पर लगाते हैं।