उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस ने आज एनकाउंटर किया. इस मुठभेड़ में शूटर विजय चौधरी मारा गया. विजय के एनकाउंटर पर उस वक्त उसके साथ मौजूद उसकी पत्नी ने सवाल उठाते हुए कहा कि उसका नाम ही विजय चौधरी है.
प्रयागराज के कोढ़ियारा इलाके के रहने वाले विजय चौधरी को आज सुबह मुठभेड़ में मार गिराया गया. आजतक की टीम जब उनके घर पहुंची तो वहां मातम पसर गया. विजय चौधरी के घर से रोने-चिल्लाने की आवाज आ रही थी, जहां वह मुठभेड़ में मारा गया था. घर में हर कोई एनकाउंटर की थ्योरी पर ही सवाल उठा रहा है.
पत्नी बोली- हमें भी मार दो
रोती हुई पत्नी कह रही थी कि वे हिंदू हैं और उन्हें अपना नाम उस्मान रखने के लिए मजबूर किया जा रहा है. पत्नी ने कहा कि पति के साथ उसे भी मार दिया जाए क्योंकि उसके पीछे कोई नहीं था, जो मर जाए तो उसका साथ दे.
पत्नी का कहना है कि वे किसी अतीक को नहीं जानती, वह बिल्कुल सीधा था और सिर्फ गाड़ी चलाता था. विजय की पत्नी ने कहा कि वह और उनके पति खुश हैं और वे एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं.
पुलिस का मानना है कि विजय चौधरी ने पहले उमेश पाल को गोली मारी, फिर उसकी गोली लगने से सरकार के गनर की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि उमेश पाल की मौत में विजय चौधरी शूटरों में से एक है, और उनका मानना है कि उसने पहली गोली मारी थी.
मुखबिर की सूचना पर शिनाख्त हो गई
पुलिस ने उमेश पाल की हत्या में शामिल पांच लोगों की पहचान कर ली है. हालांकि, वे अभी भी उस व्यक्ति की पहचान नहीं कर पाए हैं, जिसने पहली गोली चलाई थी. हालांकि, पुलिस को रविवार शाम को एक फोन आया जिसमें बताया गया कि पहली गोली चलाने वाला व्यक्ति विजय था.

विजय की आज तड़के हत्या कर दी गई
प्रयागराज पुलिस को विजय (उस्मान) और उसके गिरोह के बारे में पता चलने के बाद, उन्होंने उसके लिए एक जाल बिछाया. सुबह-सुबह जब उन्होंने उसे पकड़ने की कोशिश की, तो गोलियां चलीं और एक सिपाही घायल हो गया. पुलिस की प्रतिक्रिया में विजय मारा गया. उसका गिरोह काफी ताकतवर बताया जाता है और वह उसका अहम सदस्य था.
उमेश पाल पर किसी ने हमला किया था
राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश जब 24 फरवरी को अपनी कार से बाहर निकले तो घात लगाकर बैठे विजय ने गोली चलानी शुरू कर दी. उमेश एकदम से जमीन पर गिर पड़ा और शूटर गुलाम मोहम्मद व बमवर्षक गुड्डू मुस्लिम समेत अन्य अपराधियों ने उमेश समेत दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी.
अगर आप शूटर की गिरफ्तारी की सूचना देते हैं, तो आपको 2.5 लाख रुपये का इनाम मिलेगा
हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि सात लोगों ने उमेश पाल की हत्या की थी. इनमें से एक शख्स अरबाज को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. पांच अन्य अभी फरार हैं. सरकार ने इन लोगों के लिए पुरस्कार राशि 50-50,000 से बढ़ाकर 2.5 लाख कर दी है.