UP: हड़ताल पर कर्मचारी, त्राहिमाम कर रही जनता, चार जिलों की बिजली गुल

उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों की हड़ताल का असर अब कस्बों और गांवों में दिखने लगा है. सरकार की सख्ती का भी कर्मचारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। गांव हो या शहर हर जगह लोगों को परेशानी होती है। बिजली गुल होने से लोगों के सामने पानी की भी समस्या हो गई।

Shekhar Gupta
UP: हड़ताल पर कर्मचारी, त्राहिमाम कर रही जनता, चार जिलों की बिजली गुल
UP: हड़ताल पर कर्मचारी, त्राहिमाम कर रही जनता, चार जिलों की बिजली गुल

उत्तर प्रदेश में बिजली अधिकारियों की हड़ताल के बाद राज्य के कई कस्बों और गांवों में बिजली और पानी का संकट गहरा गया है। सरकार भले ही राहत देने की बात अपनी तरफ से कर रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि परेशान लोग अब सड़क पर उतर आए हैं। यूपी में लगभग 1,000,000 बिजली कर्मचारी पिछले 72 घंटे से हड़ताल पर हैं। इस आंदोलन की खासियत यह है कि नियमित बिजली कर्मचारियों के साथ-साथ ठेका कर्मचारी और आउटसोर्स बिजली कर्मचारी भी इस आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं।

एजेंसी की खबर के मुताबिक, यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने दावा किया कि बिजली विभाग के 1,332 अनुबंध कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं, अधिकारियों ने बताया कि 22 बिजली कर्मियों के खिलाफ आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम (एस्मा) की धारा के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। सरकार की सख्ती के बावजूद कर्मचारी अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। आइए जानते हैं पावर प्लांट की हड़ताल के बाद यूपी के बड़े शहरों में बिजली व्यवस्था का क्या हाल है-

बनारस में भी दिख रहा हड़ताल का असर

यहां तक ​​कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बनारसी साड़ियों का मुख्य केंद्र बिंदु भी इस हड़ताल से अछूता नहीं रह पाया है। वाराणसी के चौक इलाके में साड़ी कारोबार के सबसे पुराने बाजार कुंज गली में आज चौथा दिन है जब बिजली कटी हुई है और कब आएगी कोई सूचना नहीं है। इस वजह से कई साड़ी की दुकानों के शटर तक नहीं उठे और जो दुकानें खुली थीं, वे मोबाइल टॉर्च या मोमबत्ती से अपना कारोबार चला रहे है, लेकिन सवाल वही है की कबतक?

यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों में है जहां कुएं बंद हैं और फसलों की सिंचाई तक नहीं हो पाती है। तो वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में बाजार से लेकर सड़कें, गली चौराहों और यहां तक ​​कि सरकारी भवनों तक में बिजली की किल्लत शुरू हो गई।

विद्युत आपूर्ति नहीं होने से परेशान लोग सड़कों पर उतर आए

फर्रुखाबाद में प्रशासनिक कार्रवाई

बिजली कर्मचारियों की हड़ताल से जिले में बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए 13 संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। बिजली कर्मियों के हड़ताल पर जाने से स्थिति बिगड़ने लगी है, जिससे जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है।

बिजली कर्मियों पर आरोप है की जिले के चारों केंद्रों में 132 केवीए राजेपुर व अमृतपुर विद्युत संयंत्रों को 33 केवीए से ट्रिप कर बिजली व्यवस्था ठप करने की साजिश रची।

साजिश का पर्दाफाश होने के बाद शिनाख्त के बाद 13 संविदा बिजली कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी गयीं। जिले के शहरी इलाकों में बिजली व्यवस्था सुचारु रूप से काम कर रही है, लेकिन कर्मचारियों के हड़ताल के चलते देहात के करीब 100 गांवों में अभी भी बिजली गुल है। वही कोल्ड स्टोर फीडर बंद होने से कोल्ड स्टोर में बिजली आपूर्ति भी बाधित हो रही है।

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