अयोध्या के भव्य राम मंदिर के दर्शन के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, यहां जानें मूर्ति स्थापित होने कि तारीख

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान राम कि मूर्ति किस तारीख को लगेगी इस बात का ऐलान कर दिया गया है। जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में, राम लला (बाल भगवान राम) की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों स्थापित किया जाएगा।

Sweta Singh
अयोध्या के भव्य राम मंदिर के दर्शन के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, यहां जानें मूर्ति स्थापित होने कि तारीख
अयोध्या के भव्य राम मंदिर के दर्शन के लिए अब नहीं करना होगा इंतजार, यहां जानें मूर्ति स्थापित होने कि तारीख

Ram Mandir: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान राम कि मूर्ति किस तारीख को लगेगी इस बात का ऐलान कर दिया गया है। मूर्ति निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट के एक प्रमुख व्यक्ति और राम मंदिर के प्रबंधन ने बुधवार यानि 15/03/2023 को बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में भगवान रामलला की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर स्थापित करेंगे।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज ने बताया कि मंदिर का कार्य तेजी से चल रहा है। महाराष्ट्र के ठाणे जिले के डोंबिवली में एक कार्यक्रम के पश्चात मीडिया वालों से बात करते हुए कहा कि ‘जनवरी 2024 के तीसरे सप्ताह में, राम लला (बाल भगवान राम) की मूर्ति को उसके मूल स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों स्थापित किया जाएगा.’

चुनावों से राम मंदिर का कोई लेना-देना नहीं

मंदिर निर्माण और 2024 के आम चुनाव आपस में जुड़े हुए नहीं हैं। हम सिर्फ अपना काम कर रहे हैं, ”उन्होंने कहा। गोविंद देव गिरी ने यह भी कहा कि रामलला की मूर्ति को मंदिर में स्थापित करने से पहले लंबे समय तक कपड़े के पंडाल में रखा गया था।लेकिन अब समय आ गया है कि भगवान को उनके मूल स्थान पर ले जाया जाए।

मूर्ति स्थापित के बाद भी चलता रहेगा काम

उन्होंने कहा कि मूर्ति को उसके मूल स्थान पर ले जाने के बाद भी मंदिर का काम जारी रहेगा। हमारा लक्ष्य जनवरी 2024 से पहले गर्भगृह, प्रथम तल का कार्य पूर्ण कर दर्शन की व्यवस्था करना है।

गोविंद देव गिरी ने कहा कि भारत के प्रति दुनिया का नजरिया आज के समय मे बदल गया है। उन्होंने कहा, योग, आयुर्वेद और भारतीय संगीत दुनिया भर में पहुंच चुके हैं और यह पूरी दुनिया में एक सांस्कृतिक क्रांति होगी।

Share this Article