मौसम का मिजाज एकबार फिर बदला है। शुक्रवार की शाम को उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत देश के विभिन्न भागों में गरज के साथ हल्की बारिश हुई।
यूपी में झांसी तो राजस्थान के भी कई जिलों में ओलावृष्टि हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिन तक देश के अधिकतर मैदानी भागों में हल्की बारिश के साथ आंधी व ओलावृष्टि के आसार हैं। वहीं खबर है की यूपी के बाराबंकी में आसमानी बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। वहीं, कुशीनगर जिले में भी बिजली गिरने से तीन लोग झुलस गए।
बारिश के साथ आई तेज हवा फसलों को नुक्सान
यूपी और दिल्ली से लगते हरियाणा के कई जिलों में बारिश के समाचार प्राप्त हुए हैं। हिसार के कई गांवों में बरसात के समाचार हैं जो सरसों की फसल के लिए इस समय सही नहीं मानी जा सकती। खबर है की बारिश के साथ तेज हवा भी चली है जिससे खड़ी गेहूं की फसल गिर गई है और इससे उत्पादन पर असर पड़ना तय है। जहाँ गेहूं की फसल गिर गई है तो वहीं सरसों की काटकर रखी गई फसल की फलियां टूट गईं।
अगले तीन दिन तक और रहेगा तूफान और अंधड़ का डर
ऐसा अनुमान है की अगले दो से तीन दिन तक बरसात और ओलावृष्टि का खतरा बना रहेगा, खास तौर से 20 व 21 मार्च को तेज बारिश होने की बात कही जा रही है। यानी ये मानकर चलना चाहिए की किसानों के लिए अगला एक सप्ताह भी मुश्किल भरा रहने वाला है।

हरियाणा राजस्थान की इन जिलों में हुई बारिश
हरियाणा के सिरसा और हिसार के साथ रोहतक और पानीपत से भी छिटपुट बरसात के समाचार हैं। वहीं राजस्थान की जिलों हनुमानगढ़ और चुरू के साथ श्रीगंगानगर से भी हल्की बरसात के समाचार प्राप्त हुए हैं। हिसार के कालवास गाँव में जहाँ कल शाम को 7-8 मिलीमीटर बरसात की खबर है तो रात के समय में हिसार और सिरसा के बीच कई गांवों में बारिश का समाचार मिला है।
ऐसा रहेगा मध्य हरियाणा का आगे का मौसम
कृषि विभाग ने अपने निर्देश में कहा है की किसान अब अपनी खड़ी फसल में सिंचाई न करें। जहां बरसात नहीं हुई और सरसों की फसल पक चुकी है वहां फसल की कटाई तत्काल करने की सलाह भी दी गई है। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि यदि ओलावृष्टि हो गई गेहूं, सरसों समेत बाकी की सभी फसलों को भी नुक्सान हो सकता है।