पाकिस्तान में मंगलवार का दिन जमकर शोर-शराबा और मारपीट वाला साबित हुआ। हंगामा कर रहे इमरान समर्थकों ने लगभग 11 घंटे तक पुलिस से जोर जबरदस्ती की। पुलिस लाहौर के जमान पार्क में इमरान खान के घर उन्हे गिरफ्तार करने पहुंची थी।
लेकिन वहाँ मौजूद भारी जनमानस ने इमरान को गिरफ्तार नहीं करने दिया। बाद में इमरान खान ने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर अपनी पार्टी (पीटीआई) को कमजोर करने के लिए यह सब करने का आरोप लगाया है।
इमरान ने कहा की मुझे कमजोर करके नवाज पर पाकिस्तान में दर्ज सभी मामले वापस ले लिए जाएंगे और ये नवाज की लोकतंत्र के खिलाफ बड़ी जीत होगी।
पाक में पुलिस और पूर्व PM समर्थकों में खूनी झड़प, इमरान बोले ये ‘लंदन प्लान’
पाक में पुलिस और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का समर्थन करने वाले लोगों के बीच जमकर मारपीट हुई। इमरान ने ट्विटर पर विडिओ जारी करते हुए इसको लंदन प्लान बताया है, उनका इशारा पूर्व पाक पीएम नवाज शरीफ की और था। उनके हिसाब से ये सब काम नवाज ही लंदन में बैठकर करवा रहे हैं।
इस बीच यह सवाल भी उठ रहे हैं कि जिस पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो जैसी नेता को सरेआम गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया जाता है, नवाज शरीफ और परवेज मुशर्रफ जैसे दबंग नेताओं को देश छोड़ना पड़ जाता है।
उस देश में विपक्षी नेता के तौर पर इमरान खान कैसे इतनी मजबूती से डटे हुए हैं। साफ तौर पर इसकी वजह इमरान खान का पंजाब से लेकर खैबर पख्तूनख्वा तक में अच्छा जनाधार होना है।
इसी जनाधार को अपनी मजबूती मानकर ही इमरान खान लगातार देश में फिर से चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। इमरान को पूरा भरोसा है कि खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब के विधानसभा चुनावों के अलावा वह संसदीय चुनावों में भी जीत हासिल करेंगे।

सेना भी नहीं चाहती इमरान से निपटने में हिंसा हो
वहीं जब इमरान से निपटने की बात आती है तो सेना हिंसक नहीं होना चाहती है, और वे स्थिति को हल करने के लिए अन्य तरीकों का इस्तेमाल करना पसंद करेंगे क्योंकि उन्हे पता है की इमरान के पीछे अच्छा जनसैलाब उठ खड़ा होगा।
पाकिस्तानी राजनीति को समझने वाले कुछ लोगों का कहना है कि जनता के बीच इमरान खान के लिए काफी समर्थन है। इसका मतलब यह है कि सेना खान को हिंसक तरीके से रास्ते से हटाने का जोखिम नहीं उठाना चाहती है, दूसरी और शहबाज शरीफ सरकार भी पाकिस्तान के लिए और अधिक समस्याएं पैदा करने के बारे में चिंतित है क्योंकि देश एक भयंकर आर्थिक संकट की चपेट में है।
उनका मानना है कि अगर खान पर और दबाव पड़ा तो देश में दंगे हो सकते हैं जिससे पाकिस्तान की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचेगा और आईएमएफ से कर्ज मिलना मुश्किल हो जाएगा।

ह्यूमन शील्ड बनकर खड़े रहे खान के समर्थक
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के कार्यकर्ता इसलिए नाराज हैं क्योंकि पुलिस ने आज पहले उन पर हमला करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया।
लेकिन पार्टी के सदस्यों ने भागने की बजाय पुलिस के सामने खड़े होकर इमरान खान का बचाव किया। पिछले एक हफ्ते में यह दूसरी बार है जब इस्लामाबाद पुलिस इमरान खान को गिरफ्तार करने आई है। गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने मजाक में कहा कि इमरान खान पहली बार गिरफ्तारी से बचने के लिए पड़ोसी के घर में कूद गए थे।